देना चाहे कर देता है।
उड़ना चाहे पर देता है।
ज़ालिम से मत डरना हरगिज़,
डर जाओ तो डर देता है।
खूब सराहा जाता लूजर,
अच्छी जब टक्कर देता है।
खो देता है अक्सर इंसां,
सब को रब अवसर देता है।
मन की अपने कहता है बस,
किस को कब उत्तर देता है।
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