सड़क पर जाते समय उसे बार-बार ऐसा लग रहा था।जैसे कोई अजनबी उसका पीछा कर रहा है।पर वह जब भी पीछे मुड़कर देखती, उसे कोई भी दिखाई नहीं देता। फिर उसे लगा कहीं उसे वहम तो नहीं हो गया है। वह सीधी चलती रही, गली में घुसने से पहले उसने एक बार फिर पीछे मुड़कर देखा।
राकेश कुमार तगाला ( हरियाणा ) |
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