( स्वैच्छिक दुनिया ) कानपुर :- 24 मई 2021 शिक्षा जगत में सुप्रसिद्ध शिक्षाविद सदा के लिए हम सबसे भले ही शारीरिक रुप से पंचतत्व में विलीन होगये,किन्तु शिक्षा जगत में शिक्षा ज्योति विभिन्न विभिन्न प्रदेशों में जला कर हमेशा हमेशा के लिए अमर हो गए।
एक अदभुत कार्यशैली महान व्यक्तित्व के धनी दयानंद शिक्षण संस्थान के संरक्षक का आशीर्वाद उनकी नीतियां, कर्तव्यनिष्ठा हम सभी के लिए सदैव प्रेरणा स्रोत है उनके बताए मार्ग पर चल कर संस्थान और अपने दायित्व का निर्वाह ही हम सभी की सच्ची श्रद्धांजलि है।
शब्द विनम्र मित्रवत व्यवहार,
अक्षोभ गगन से,संबल विचार।
सकल प्रभावित मै संचय करूं,
हैं सद्भावना, कर्म-शील के भंडार।
समभाव दृष्टि से सबको देखा,
दर्प, कोप न हमने देखा।
सहस्त्र जनो के तुम प्रतिपालक,
सदभाव हृदय संग मर्यादा रेखा।
दीन सहचर को भी संग बिठाते,
चिरकालिक से ये प्रीत निभाते।
सोच हो जैसे व्योम समान,
उन्नयन प्रगति के मार्ग बताते।वीरेंद्र स्वरूप की सचिव एवं दयानंद शिक्षण संस्थान की सदस्य श्रीमती अनंता स्वरूप ,प्राचार्या प्रो डॉ सुनंदा दुबे ,कुलनिशासक डॉ अर्चना वर्मा , सभी सेवानिवृत्त पूर्व प्राचार्या डॉ लीला जौहरी,डॉ आशी,डॉ निशा श्रीवास्तव आदि शिक्षिकाओं सहित समस्त डीजी परिवार ने विनम्र अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की