भाषाओं का प्रयोग व्यावहारिक एवं राष्ट्रीय स्वाभिमान दोनों ही दृष्टियों से आवश्यक है' ।भारत के संविधान ने देवनागरी लिपि में लिखित हिंदी को 1950 के अनुच्छेद 343 के तहत देश की आधिकारिक भाषा के रूप में 1950 में अपनाया। इसके साथ ही भारत सरकार के स्तर पर अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाएं औपचारिक रूप से इस्तेमाल हुईं। 1949 में भारत की संविधान सभा ने देश की आधिकारिक भाषा के रूप में हिंदी को अपनाया। हिंदी हमारे देश की आधिकारिक भाषा बन गई। आज न्यायालयों और बैकों आदि में भी हिन्दी में कार्य करने को प्रोत्साहित किया जा रहा है.हिंदी आज एक विश्वव्यापी भाषा बन चुकी है.तमाम देशों में भाषा के रूप में हिन्दी पढ़ाई जा रही है.विश्व के तमाम देशों में हिन्दी भाषा में पत्र पत्रिकाओं का भी प्रकाशन हो रहा है.बीच में हिन्दी साहित्य जरूर थोड़ा कमजोर हुआ था.परन्तु इधर के कुछ वर्षों में इसकी ख्याति पुनः बहुत बढ़ गयी है।
1 यदि आप स्वैच्छिक
a. सर्वप्रथम हमारे यूट्यूब
b. फेसबुक पेज https://www.facebook.com/
c. आपसे यह भी निवेदन है कि भविष्य में आप वार्षिक सदस्यता ग्रहण करके हमें आर्थिक सम्बल प्रदान करे।
d. कृपया अपना पूर्ण विवरण
e. यदि आप हमारे सदस्य है
2 आप अपना कोई भी लेख/ समाचार/ काव्य आदि पूरे विवरण (पूरा पता, संपर्क सूत्र) और एक पास पोर्ट साइज फोटो के साथ हमारी मेल आईडी swaikshikduniya@gmail.com
3 साथ ही अपने जिले से आजीविका के रूप मे स्वैच्छिक दुनिया समाचार प्रतिनिधि, ब्यूरो चीफ, रिपोर्टर के तौर पर कार्य करने हेतु भी हमें 8299881379 पर संपर्क करें।
4 अपने वार्षिक सदस्यों को हम साधारण डाक से समाचार पत्र एक प्र